World Radio Day:स्मार्टफोन के जमाने में भी रेडियो लोगों के दिल की धड़कन

ख़बरें अभी तक। आज एक ऐसा दिन है जिससे कही ना कही हमारे बचपन की यादें जुड़ी है। बता दें कि आज ‘वर्ल्ड रेडियो डे’ है। भले ही आज लोगों के बीच स्मार्टफोन की दीवानगी हो लेकिन फिर भी वर्तमान में रेडियो ने अपनी एक अलग और खास जगह बना रखी है। तो चलिए इस खास दिन बात करते है रेडियो को इतिहास के बारें में……

वर्ल्ड रेडियो डेका क्या है इतिहास– 29 सितंबर 2011 को यह फैसला हुआ था कि दुनिया ‘वर्ल्ड रेडियो डे’ मनाएगी। यूनेस्को के 36वें सत्र ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने औपचारिक रूप से 14 जनवरी 2013 को यूनेस्को के विश्व रेडियो दिवस की घोषणा का समर्थन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 67वें सत्र में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में घोषित करने के लिए एक संकल्प अपनाया गया और इसी प्रकार 13 फरवरी को हर साल विश्व रेडियो दिवस मनाया जाने लगा।

बता दें कि विश्व रेडियो दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य जनता और मीडिया के बीच रेडियो के महत्व को बढ़ाने के लिए जागरूकता फैलाना है। साथ ही यह निर्णयकर्ताओं को रेडियो के माध्यम से सूचनाओं की स्थापना और जानकारी प्रदान करने, नेटवर्किंग बढ़ाने और प्रसारकों के बीच एक प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रदान करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। अगर बात करें इस साल की थीम को लेकर तो विश्व रेडियो दिवस 2020 का विषय ‘रेडियो और विविधता’ है। इस बार का थीम विविधता और बहुभाषावाद पर केंद्रित है।