बच्चे पर तेजाब अटैक मामला, ग्रामीणों ने स्कूल का किया घेराव

खबरें अभी तक। दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में एसिड अटैक का मामला सामने आया है और वो भी कही और नहीं बल्कि एक सरकारी सरकारी स्कूल में जहां एक बच्चे ने दूसरे बच्चे पर एसिड फेक दिया। जिससे पीड़ित बच्चा 20से 25 परसेंट झुलस गया। पीड़ित बच्चे के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, तो वहीं अब ग्राम पंचायत ने स्कूल के प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग शुरू कर दी है। घटना गुरुग्राम से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर बसे धनकोट गांव की है जहाँ गुरुवार को टॉयलेट की सफाई करते हुए ये हादसा हुआ और इस पुरे मामले में स्कूल प्रबंधन ने अपने हाथ खड़े करते हुए कहा की स्कूल कमरे की सफाई करते हुए एक बच्चा स्कूल के लैब से कोई कैमिकल उठा लाया और उसने खेल खेल में दूसरे बच्चे के ऊपर डाल दिया।

ये वो मंदिर है जहा बच्चे माँ बाप के बाद गुरु पर विश्वास करते है लेकिन इस शिक्षा के मंदिर में स्कूली बच्चों से टॉयलेट सफाई का काम करवाया जाता है ये हम नहीं कह रहे है बल्कि वो मासूम बच्चा कह रहा है जिसके ऊपर एसिड अटैक हुआ है ।

जी हां तो सुना अपने की किस तरह स्कूली बच्चों से टॉयलेट साफ करते समय दूसरे बच्चे ने शरारत कर दी जिससे ये हादसा हुआ है। दूसरी तरफ इस हादसे से गुस्साए लोगों ने स्कूल का घेराव किया। स्कूल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्राम पंचायत ने इस स्कूल की प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग की है। तो वहीं दूसरी तरफ इस पुरे मामले में गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दे दी गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने  326 A और ज्यूनाइल जस्टिस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

इतना ही नहीं स्कूल के अंदर इतनी बड़ी घटना घट जाने के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचित नहीं किया था, बल्कि मामले को रफा दफा करने के लिए पीड़ित बच्चे के परिजनों को एक हजार की राशि देने की कोशिश की गई लेकिन बच्चे के परिजन अब इसकी जानकारी ग्राम पंचायत को दी तो पंचायत के लोग इकट्ठे होकर स्कूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया

एक तरफ स्कूल प्रबधन है तो दूसरी तरफ मासूम बच्चा उसके परिजन और ग्रामीण फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है ।अब ऐसे में देखना होगा कि जिला प्रशास स्कूल प्रबधन के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है कोर्ट के आदेश के बाद भी एसिड का प्रयोग हो रहा है इससे तो साफ जाहिर है कि शहर में कोर्ट के आदेशों की धज्जियां किस तरह उड़ाई जा रही है ।