ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में टाटा टियागो और टिगॉर फेसलिफ्ट को मिले इतने स्टार,जानें आप भी

खबरें अभी तक। #SaferCarsForIndia कैंपेन के मद्देनजर ग्लोबल एनकैप ने हाल ही में टाटा की टियागो 2020 और टिगॉर 2020 के फेसलिफ्ट मॉडल का क्रैश टेस्ट किया। इसमें वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इन दोनों कारों को 4 स्टार रेटिंग मिली। लेकिन वहीं दूसरी ओर चाइल्ड सेफ्टी के लिए ये दोनों हैचबैक और सब-4 मीटर सेडान 3 स्टार रेटिंग ही अपने हिस्से में शामिल कर पाई।

बता दें कि इस क्रैश टेस्ट में दोनों कारों के एंट्री लेवल वेरिएंट का इस्तेमाल किया गया था। दोनों ही कारें ड्यूल फ्रंट एयरबैग,प्रीटेंशनर से लैस फ्रंट सीटबेल्ट और एबीएस एवं एबीडी सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड से लैस हैं। वहीं इन दोनों अपडेटेड हैचबैक और सेडान को वयस्क पैसेंजर की सेफ्टी के लिए 17 में से 12.52 पॉइन्ट मिले है। लेकिन चाइल्ड सेफ्टी के लिए दोनों कारों ने 49 में से 34.15 पॉइन्ट हासिल कर पाई।

साथ ही हमेशा की तरह ही Tiago Facelift  और Tigor Facelift  फेसलिफ्ट का क्रैश टेस्ट 64 किलोमीटर घंटे की रफ्तार पर किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों कारों के स्ट्रक्चर और फुटवैल एरिया अस्थिर है। वहीं वयस्क पैसेंजर के सिर और गर्दन की सुरक्षा के लिए अच्छा बताया गया है। लेकिन वहीं  पैसेंजर की छाती की सुरक्षा को संतोषजनक बताया गया है वहीं, इसी मोर्चे पर ड्राइवर की सुरक्षा को औसत करार दिया गया है। दोनों कारों में थाईबोन और घुटनों की सुरक्षा को भी औसत ही बताया गया है।

वहीं इन टाटा मोटर्स की इन दोनों कारों के बेस वेरिएंट में आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर नहीं दिए हैं। क्रैश टेस्ट में तीन साल के बच्चे की डमी को एडल्ट सीट बेल्ट और सपोर्ट लेग के ज़रिए आगे की तरफ फेस करके रखा था।  जिसके बाद कार के टकराने पर डमी द्वारा आगे की तरफ मूवमेंट हुआ। मगर उसका चेस्ट प्रोटेक्शन इस दौरान सही रहा। इसके बाद 18 महीने के बच्चे की डमी को इंस्टॉल किया। जिसमें इसका लेग सपोर्ट और सेफ्टी लेवल काफी अच्छा रहा।

बता दें कि दोनों ही हैचबैक और सेडान में पैसेंजर एयरबैग को डिस्कनेक्ट करने की सुविधा नहीं दी गई है। इसिलिए अगर आप आगे की तरफ सीआरएस सीट लगाते हैं तो आप एयरबैग को डिस्कनेक्ट नहीं कर पाएंगे।  जिससे की दुर्घटना की स्थिति में बच्चे को चोट लगने की संभावनाएं बनी रहती है। साथ ही थ्री पॉइन्ट सीटबेल्ट और आईएसओफिक्स चाइल्ट सीट एंकर का अभाव होने के कारण इन दोनों कारों को चाइल्ड सेफ्टी के लिए केवल 3 स्टार रेटिंग मिली है।