1889 में स्थापित नाहन का ऐतिहासिक रानीताल बाग, आज भी करता है आकर्षित

खबरें अभी तक। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन जहां हेरिटेज शहर के रूप में जाना जाता है वहीं शहर के बीचों बीच  रियासतकालीन रानीताल बाग के लिए भी जाना जाता है। वर्ष 1889 में तत्कालीन सिरमौर रियासत के महाराजा शमशेर प्रकाश ने इस बाग का निर्माण कराया था व बाग में एक भव्य शिव मंदिर का भी निर्माण किया गया था।

यहां पर राज परिवार की रानियां माथा टेकने व बाग में घूमने के लिए आती थी और कहानी के अनुसार एक गुफा से बाग में आती थीं, जोकि राजमहल से इस बाग में खुलता था। आज भी यह बाग शहर का मुख्य आकर्षण माना जाता है व इसकी देखभाल नगर परिषद नाहन ही करती है। समय के साथ इसमें कुछ परिवर्तन भी किये गए हैं, लेकिन अभी भी बहुत चीजें यहां ऐसी हैं जो एक इतिहास को संजोय हुए हैं।

रानीताल बाग में 70 के दशक में जितेंद्र अभिनीत फिल्म गुनाहों का देवता की शूटिंग भी यहां पर हुई है व इसके इलावा भी कई पंजाबी फिल्मों के गाने यहां फिल्मांए गए हैं। आज भी बाग में शहर के बुजुर्ग ,बच्चे ,महिलाएं ,युवा सभी यहाँ पर देखे जा सकते हैं।

लोगों की माने तो रानीताल बाग को और अधिक आकर्षक बनाया जा सकता है बशर्ते सरकार ,पर्शाशन इस और ध्यान दे. तो यह स्थान पर्यटकों के लिए एक अच्छा स्थल विकसित हो सकता है। बाग  के बीच में बना रानीताल तालाब एक अलग मनोरम स्थान बन सकता है।