कुल्लू: एक साल के अंदर ही उखड़ीं अटल सदन की टाइलें, करोड़ों के भवन की दीवारें लगीं उखड़ने

ख़बरें अभी तक। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रतन अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से जिला मुख्यालय कुल्लू में निर्मित आलीशान अटल सदन में घटिया सामग्री की बू आनी शुरू हो गई है। इसकी पोल तब खुली, जब इसकी दीवार में सजावट के लिए लगाए स्टोन कट टाइल्ज गिरनी उद्घाटन के एक वर्ष बाद ही शुरू हो गई हैं। करोड़ों रुपए की लागत से इस भवन का निर्माण किया है। एक साल के भीतर ही जिस तरह से भवन की दीवारें उखड़नी शुरू हो गई हैं, इससे साफ जाहिर हो रहा है कि उद्घाटन के लिए आनन-फानन में इस भवन का निर्माण कार्य हुआ है। फिलहाल तो दीवार पर लगे ये पत्थर गिरने आरंभ हो गए हैं।

वहीं इसमें कहां-कहां घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ है, इसकी जांच होनी जरूरी है। अटल सदन की एक दीवार के काफी बड़े हिस्से से स्टोन कट टाइल्ज गिर गईं है। गनीमत रही है कि जिस दौरान यह टाइल्ज गिरीं, उस दौरान आसपास कोई व्यक्ति नहीं था। गौर हो कि इस अटल सदन का उ्दघाटन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 25 दिसंबर, 2018 को किया था। इस भवन पर 22 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च हो चुकी है। भवन के उद्घाटन को अब तक मात्र एक वर्ष का समय ही हुआ है। इतने कम समय में भवन की दीवारों से पत्थर गिरना अपने-आप में यह दर्शा रहा है कि इसके निर्माण में या तो घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है या आनन-फानन में काम किया गया है। यह लोक निर्माण विभाग के साथ भवन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार के काम पर सवाल उठा रहा है।

हैरानी की बात यह है कि उद्घाटन होकर एक वर्ष से अधिक समय बीत गया है, लेकिन अभी तक यह भवन सुविधाजनक नहीं बन पाया है। जानकारी के अनुसार  इस भवन की देखरेख का जिम्मा फिलहाल लोक निर्माण विभाग के पास ही है। शहर के बीचोंबीच बनी इस इमारत  की दीवार से स्टोन कट टाइल्ज उखड़ने से लोक निर्माण विभाग के कार्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। उधर, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता एसके धीमान ने बताया कि भवन के भीतर कुछ कार्य होने के चलते टाइल्ज उखड़ी होगी, ठेकेदार के पास अभी कार्य बचा हुआ है। जहां टाइलें उखड़ी हैं, उन्हें भी दुरुस्त करवाया जाएगा।