खबरें अभी तक। किन्नर यानि औरत और मर्द के बीच की तीसरी नस्ल जो कि कुदरत की ही देन होती है और इनकी दुनिया भी एक अलग ही तरह की होती है हर धर्म हर वर्ग के लोग इनके साथ अपनी खुशियां बांटते हैं, जिनसे इनका जीवन यापन चलता है। पर अब कुछ किन्नर अपने निजी फायदे के लिए बहुत से गरीब कम उम्र के लड़कों को पैसों का लालच देकर अपनी टीम में शामिल कर कुछ दिन उनसे नाच गाना करवाते हैं और उसके बाद उन्हें नशीली चीज खिलाकर हिजड़ा बनवा देते है और उनका उत्पीड़न करते हैं जिसके लिए यह तथाकथित डॉक्टरों को लाखों रुपये का नज़राना अदा करते है।
यह बिल्कुल सच है क्योंकि कुछ लड़कों ने अपने मुँह से यह बात कैमरे के सामने कबुली है और अपना दुखड़ा बताया है कि एक या दो नहीं रुड़की के एक शातिर और आपराधिक प्रवर्ति के किन्नर द्वारा अब तक दर्जन से भी ज्यादा कम उम्र के लड़कों को किन्नर बनाया जा चुका है जबकि यह शातिर किन्नर खुद भी लिंग परिवर्तन करा कर किन्नर बना हुआ है पर अपराधियों और पुलिस से इसकी अच्छी सांठगांठ होने की वजह से कोई इसका कुछ नहीं बिगाड़ पाता।
वहीं अगर कोई किन्नर उसके कहने पर नहीं चलता तो उसकी बुरी तरह पिटाई कर उसको मानसिक प्रताड़ित किया जाता है साथ ही उसे और उसके परिवार को जान से मारने तक कि धमकी तक दी जाती है। इस भयानक सच का खुलासा खुद कुछ किन्नरों ने किया और अपनी आप बीती के साक्ष्य भी उपलब्ध कराए है पर कोई इनकी सुनने को तैयार नहीं है।
पीड़ित किन्नरों ने अपने गुरुओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके सभी गुरु शादी शुदा हैं जिनके बच्चे भी है पर वो नई उम्र के लड़कों को पहले तो नौकरी पर रखते हैं फिर कुछ दिन बाद उन्हें खाने में नशीला पदार्थ देकर दिल्ली ले जाते है जंहा उनका लिंग परिवर्तन करवा देते हैं और फिर एक जश्न मनाया जाता है उसके बाद किन्नर बनाए गए युवक की बोली भी लगाई जाती हैं जिसमें देश के कई हिस्सों से किन्नरों के गुरु पहुंचते हैं और जिनकी टोली बोली में ज्यादा पैसे देकर किन्नर को खरीदने की बोली लगाती है उस टोली को किन्नर सौंप दिए जाते है।
वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह बिष्ट का कहना है कि किन्नरों के आपसी लड़ाई का मामला है जिसमें कुछ किन्नरों के चालान भी किए गए है। इस तरह का कोई मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया है मामला संज्ञान में आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।