लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुना जायेगा भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष, सतपाल सत्ती

ख़बरें अभी तक। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए 17 जनवरी को प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 18 जनवरी को प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी हो जाएगी। यह बात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कही। सत्ती ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से होगी। सत्ती ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्री निशंख पोखरयाल बतौर पर्यवेक्षक शामिल होंगे वहीँ पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर भी मौजूद रहेंगे। सत्ती ने कहा कि पार्टी ही उनकी अगली भूमिका तय करेगी।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि भाजपा तीन वर्षों बाद बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अपने अध्यक्ष चुनती हैं। लोकतंत्र प्रक्रिया के ढंग से फार्म भरे जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में मंडल व जिला के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 17 व 18 जनवरी को शिमला में होगा। 17 को नोमिनेशन होगा, जबकि 18 को अध्यक्ष चुना जाएगा। इसके लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री निशंख पोखरियाल आएंगे। इनके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर पहुचेंगे। फार्म पर्यवेक्षक की उपस्थिति में भरा जाएगा। 18 को हिमाचल प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष बनेगा। इसके बाद नए प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में भाजपा कार्य करेगी और सभी सहयोग करेंगे।

वहीं डा. राजीव बिंदल के अलावा किसी अन्य के नामांकन भरने के सवाल पर सत्ती ने कहा कि केंद्रीय हाईकमान पर्यवेक्षक भेजती है और फ़ार्म भरवाने का जिम्मा उन्ही का होता है। हम स्वयं नामांकन प्रक्रिया के दौरान उपस्थित रहेंगे और प्रदेश का नेतृत्व उपस्थित रहेगा। भाजपा लोकतंत्र तरीके से चुनाव करवाती है। इसमें कोई भी नामांकन भर सकता है। लेकिन भाजपा में सभी परिवार के नाते काम करते हैं। जो मिल बैठकर नाम फाइनल करते है, उसे ही अध्यक्ष माना जाता है, उसमें किसी का कोई ऑब्जेशन नहीं होता। अगर फिर भी कोई नामांकन भरना चाहे तो भर सकता है।

वहीं अध्यक्ष पद से हटने के बाद अपनी अगली भूमिका के सवाल पर सत्ती ने कहा कि भाजपा में अनेकों वर्षों तक काम करने का अवसर मिला। सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत से काम किया, जिसका नतीजा यह रहा है कि प्रदेश में भाजपा के अच्छे परिणाम रहे। इसका श्रेय सब कार्यकर्ताओं व नेताओ को देता हूँ। सत्ती ने कहा कि आगे मेरी क्या भूमिका रहेगी, यह पार्टी व पार्टी के नेताओं को तय करना है।