लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने बने भारतीय थलसेना सेना के 28वें प्रमुख

ख़बरें अभी तक। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भारतीय थलसेना के 28वें प्रमुख बन गए है। उन्होंने जनरल बिपिन रावत से आज 31 दिसम्बर, 2019 को कार्यभार संभाला है। जनरल बिपिन रावत 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त हो गये हैं, वे देश के पहले चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ बन गये हैं। 37 वर्ष के सेवाकाल में लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने ने विभिन्न कमांड में कार्य किया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन में भी कार्य किया है।

वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्हें जून 1980 में सिख लाइट इंफैंट्री रेजीमेंट की 7वीं बटालियन में कमीशन मिला था। उन्हें जम्मू-कश्मीर में अपनी बटालियन की सफलतापूर्वक व प्रभावी ढंग से नेतृत्व के लिए सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा उन्हें नगालैंड में असम राइफल्स (नार्थ) के इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा मेडल और प्रतिष्ठित हमलावर कोर की कमान के लिए अतिविशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया।

बता दें कि ईस्ट इंडिया कंपनी की सरकार के अंतर्गत सैन्य विभाग में 1776 में भारतीय थल सेना की शुरुआत हुई है। भारतीय सेना का आदर्श वाक्य “स्वपूर्व सेवा” है। भारतीय थल सेना बाहरी तथा अन्तरिक्ष खतरों से देश की रक्षा करती है तथा देश की सीमाओं को सुरक्षित रखते हुए देश में शांति सुनिश्चित करती है। भारतीय थल सेना में 12 लाख से अधिक सक्रीय सैनिक कार्यरत्त हैं।