पहाड़ी इलाकों में भी अब नेट का हो रहा पूरा इस्तेमाल, व्हाट्सएप और फेसबुक पर बिक रहे बकरे

ख़बरें अभी तक। शिलाई: आजकल लोगों के पास वक्त की इतनी कमी है कि वे शॉपिंग भी ऑनलाइन करने लगे हैं लेकिन अब ऑनलाइन शॉपिंग का असर त्योहारों पर भी दिखने लगा है। 11 जनवरी सिरमौर जिला के गिरीपार के गांव में मांगी त्योहार मनाया जाता है जिसमें लगभग हर घर के लोग बकरे काटते हैं। पहाड़ी क्षेत्र के लोग बाज़ार जाकर बकरे की खरीदारी करते हैं या अपने रिश्तेदारों से मिलकर बकरे बेचने वालों के बारे में जानकारियां लेते हैं।

लेकिन इस बार बकरे की खरीदारी के लिए भी लोग फेसबुक और व्हाट्सएप से ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं बेचने वाला व्यक्ति फेसबुक या व्हाट्सएप पर बकरे के साथ प्राइज भी लिख रहा है। जिससे खरीदार को लेने में आसानी हो रही है, जहां उन्हें 5000 से लेकर 50 हजार रूपए तक का बकरा आसानी से मिल रहा है। गौरतलब है कि 11 जनवरी का त्योहार सिरमौर जिला के पहाड़ी इलाकों में काफी बड़ा त्यौहार माना जाता है यह कई पीढ़ियों से यहां के बाशिंदे मनाते हैं, हालांकि कुछ लोगों ने अब बकरे काटने अपने घरों में बंद कर दिए हैं।

लोगों की माने तो पूरे क्षेत्र में 55 हजार से अधिक बकरे एक दिन में ही कटते हैं। बताया जाता है कि महाकाली के नाम पर यहां के लोग बकरों को काटते हैं और उसका लहू महाकाली को चढ़ाते हैं बताया यह भी जाता है कि पहाड़ी इलाकों के लोग कड़ाके की ठंड से राहत पाने के लिए भी बकरों का मीट लगभग कई महीनों तक रखते हैं ठंड के मौसम में मीट खाते हैं। इसके अलावा गांव के सभी लोग अपने सभी चाहितो वह अपने परिवार वालों को बुलाकर जरूर एक दावत रखते हैं ताकि आपस में भाईचारा भी बना रहे।

वहीं शिलाई क्षेत्र के गोविंद ने बताया कि इस बार बकरी खरीदना आसान हो गया है। फेसबुक व्हाट्सएप पर बकरों की पोस्ट डाल कर खरीदारी में आसानी हुई है जबकि पहले कई किलोमीटर दूर जाकर अपने रिश्तेदारों या अपने किसी मित्रों से बकरों के बारे में जानकारी लेनी पड़ती थी उसके बाद वहां बकरा देखने के बाद पसंद आए या ना आए लेकिन जाना पड़ता था। बकरे खरीदने के लिए कभी दो-चार दिन भी लगते थे अब तो फोन के माध्यम से ही तुरंत बातचीत हो जाती है अब इस डिजिटल इंडिया में हम नेट का भरपूर फायदा उठा रहे हैं।

बकरे को देखकर कीमत भी आसानी से पता चल रही है इस बार बकरे की खरीदारी लगभग लोगों ने व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से ही की है। मुकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस बार फेसबुक के माध्यम से ही बकरा खरीदा है और उन्हें अच्छे रेट पर बकरा मिला है इस बार बकरे खरीदने के लिए भटकना नहीं पढ़ा नहीं तो हर बारी बकरे खरीदने के लिए भारी दिक्कतें झेलनी पड़ती थी पर फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से इस बार पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के बकरे की खरीदारी बहुत आसान हुई।

इस डिजिटल युग में लोगों को काफी फायदे हो रहे हैं 4G से लोगों का कार्य आसान हो गया है। देश 4g से अब 5जी के सपने देख रहा है आने वाले समय में जो काम लोगों के 1 मिनट में हो रहे हैं 5G आने पर वह जल्द चुटकियों में हो जाएंगे। नेट का इस्तेमाल अगर सही किया जाए तो लोगों को काफी कार्य आसान हो जाते हैं।