ख़बरें अभी तक। वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने शनिवार (16NOV.2019) को दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। रजत शर्मा ने कहा कि संगठन के भीतर इतने दबावों में उनके लिए काम करना संभव नहीं है। इस्तीफे में उन्होंने कहा कि उनकी सच्चाई, ईमानदारी के सिद्धांतों के लिए यहां कोई जगह नहीं है इसलिए वह इस्तीफ़ा दे रहे हैं।
रजत शर्मा के इस्तीफे की जानकारी देते हुए दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- ‘रजत शर्मा ने डीडीसीए के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे को एपेक्स काउंसिल को भेज दिया गया है।’ बता दें, रजत शर्मा को पिछले साल जुलाई महीने में डीडीसीए का अध्यक्ष चुना गया था।
अपने इस्तीफे में रजत शर्मा ने लिखा है कि, ‘प्रिय सदस्यों, डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मुझ पर विश्वास जताने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं। अपने छोटे से कार्यकाल में मैंने सच्चाई और ईमानदारी के साथ एसोसिएशन के सर्वोत्तम हित में अपने दायित्वों का निर्वहन करने का हर संभव प्रयास किया है। हमारा एकमात्र एजेंडा एसोसिएशन का कल्याण और प्रत्येक पहलू में पारदर्शिता लाने का था।
हालांकि, अपने इस प्रयास में मुझे कई बाधाओं, विरोध और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बस मुझे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकना था, लेकिन किसी तरह मैं केवल एक एजेंडे के साथ आगे बढ़ता रहा कि सदस्यों को किए गए सभी वादे पूरे किए। हर समय क्रिकेट के हित और कल्याण को सर्वोपरि रखा।’
रजत शर्मा ने आगे लिखा कि ‘क्रिकेट प्रशासन हर समय खींचतान और दबाव से भरा होता है और मुझे लगता है कि निहित स्वार्थ हमेशा क्रिकेट के हित के खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि डीडीसीए में सच्चाई, ईमानदारी और पारदर्शिता के मेरे सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं है, जिससे मैं किसी भी कीमत पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हूं। यही कारण है कि मैं डीडीसीए के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।’
वहीं डीडीसीए के बहुत से भीतरी सूत्रों का कहना है कि अरुण जेटली के निधन के बाद रजत शर्मा की जमीन कमजोर हो रही थी, क्योंकि जेटली ही उनकी ताकत थे।