सांभर झील प्रवासी पक्षियों की मौत मामले में आई रि्पोर्ट

खबरें अभी तक। सांभर झील में कई दिनों से मर रहे हजारों प्रवासी पक्षियों की मौत मामले में भोपाल से मिली रिपोर्ट में बर्ड फ्लू नहीं होना राहत की खबर है लेकिन अभी प्रवासी पक्षियों पर खतरा टला नहीं है l जहां गुरुवार को विशेषज्ञों की टीम ने कल दौरा किया। सांभर झील राय विशेषज्ञों के अनुसार प्रथम दृष्टया पक्षियों की मौत की वजह बोटूलिज्म यानी मृत पक्षियों के जवानों से मौत होना माना जा रहा है ।कई किलोमीटर में फैली सांभर झील में दलदल इलाके में अभी हजारों पक्षी मौजूद है इन पक्षियों के जवानों को खाने से पक्षियों में बोटूलिज्म फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है ऐसे में दलदल क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन करना जरूरी है।

लकवें की बनी आशंका

अपेक्स सेंटर एनिमल डिजीज बीकानेर से आए प्रोफेसर एके कटारिया ने बताया कि प्रथम दृष्टया पक्षियों की स्थिति देखने से मौत का कारण बोटूलिज्म नामक बीमारी हो सकती है मृत पक्षी से उत्पन्न हुए जीवाणुओं के संपर्क में आने से या खाने से यह बीमारी होती है। जिससे पक्षी के पैर में लकवा आ जाता है फिर पंखों में लकवा आने से चलने व उड़ने में भी असमर्थ हो जाता है जिससे मौत हो जाती है l