किसानों ने अधिकारियों को दिया अल्टीमेटम, 25 तारीख तक उपकरण मुहैया करवाएं, वरना जलेगी पराली

फतेहाबाद के किसान आज पराली प्रबंधन को लेकर जिला उपायुक्त से मिलने के लिए पहुंचे। किसानों ने लघु सचिवालय के एंट्री गेट पर नारेबाजी भी की। किसानों का कहना था कि वह पिछले 3 वर्षों से कृषि विभाग के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें पराली प्रबंधन को लेकर उपकरण मुहैया नहीं करवाए गए। जिसके बाद फतेहाबाद के उपायुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर 25 अक्टूबर तक किसानों की इस समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
किसानों की ओर से लिखित में जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया और पराली प्रबंधन को लेकर उपकरण मुहैया करवाने की मांग की गई। मीडिया से बातचीत करते हुए किसान संघर्ष समिति के संयोजक मनदीप सिंह ने बताया कि प्रशासन ने 25 अक्टूबर तक का समय मांगा है। अगर किसानों को प्रशासन ने उपकरण मुहैया नहीं करवाए तो किसान अपनी पराली को आग लगाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के पास और कोई चारा भी नहीं है।
अगर किसान पराली को आग नहीं लगाता तो वह गेहूं की बिजाई नहीं कर सकता। किसानों ने कहा कि अगर वह खुद खर्चा उठा कर प्रणाली का प्रबंधन करता है तो 6 हजार  प्रति एकड़ का खर्चा आता है। जो किसान वहन करने में सक्षम नहीं है। किसान नेता ने कहा कि प्रशासन पराली जलाने वाले किसानों पर तो मामला दर्ज कर देता है, लेकिन दिवाली पर जो बेतहाशा पटाखे फोड़े जाएंगे, उससे जो प्रदूषण होगा उसको लेकर सरकारें भी चुप हैं।