बालों के झड़ने से हैं परेशान तो अपनाएं ये नुस्खे

ख़बरें अभी तक: बाल झड़ते जाना किसी को भी परेशान कर देता है। आमतौर पर लोग को ये डर सताने लगता हैं कि कहीं वो गंजे न हो जाएं। लेकिन हर बार बाल टूटने पर भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। सामान्य बाल बढ़ने के सायकल में रोज हर किसी के करीब 100 बाल टूटते हैं हालांकि अगर ज्यादा तेजी से बाल टूटने लगे तो यह चिंता की बात है।

अधिकतर लोगों के बाल हर महीने आधा इंच बढ़ जाते हैं। किसी भी वक्त पर आपके 90 फीसदी बाल बढ़ रहे होते हैं जबकि 10 फीसदी बाल निष्क्रिय अवस्था में पड़े रहते हैं. दो या तीन महीनों बाद ये 10 फीसदी बाल टूट जाते हैं और इनकी जगह पर नए बाल उगना शुरू हो जाते हैं.

बाल झड़ना हेयर लॉस से अलग है. जब कोई बाल जड़ से गिर जाता है और दोबारा नहीं उगता है तो उसे हेयर लॉस कहते हैं. तनावपूर्ण स्थितियों में अक्सर लोगों के बाल टूटते हैं.

हेयरस्टाइल या बालों का गलत रखरखाव

कई बार लोग लगातार गलत हेयरस्टाइल की वजह से अपने बाल खोने लगते हैं. कुछ लोग बालों को रबर बैंड से कसकर बांधते हैं. बहुत ऊपर से चोटी बनाना या पोनीटेल बनाने से भी बाल टूटने लगते हैं। इसके अलावा डाई, ब्लीच, स्ट्रेटनर्स या परमानेंट वेव सॉल्यूशन के इस्तेमाल से भी बाल झड़ना शुरू हो सकता है। इन कैमिकल से जितना ज्यादा नुकसान होता है, उसके आधार पर हेयर लॉस परमानेंट होता जाता है.

हार्मोन असंतुलन

महिलाओं में बर्थ कंट्रोल पिल्स, प्रेग्नेंसी, बच्चे को जन्म, मेनोपॉज की वजह से हार्मोन में आए बदलाव की वजह से भी बाल टूट सकते हैं.

बीमारी या सर्जरी

किसी बीमारी या सर्जरी से हुए तनाव की वजह से भी कुछ समय के लिए बालों के उगने की प्रक्रिया कुछ समय के लिए रुक सकती है. थॉयराइट डिसऑर्डर, सिफलिस, आयरन की कमी या इन्फेक्शन की वजह से भी बाल झड़ सकते हैं.

दवाइयां या विटामिन्स

कैंसर कीमियोथेरेपी में शरीर की सभी तेजी से बढ़ रही कोशिकाओं को मारने की कोशिश की जाती है और इसी प्रक्रिया में बालों की जड़ों पर भी हमला होता है. हेयर लॉस के लिए यह एक बड़ी वजह होती है. कई बार कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट की वजह से भी बाल झड़ना शुरू हो सकता है. विटामिन ए की अधिकता की वजह से भी बाल टूट सकते हैं.