कांग्रेस की गुटबाजी फिर दिखी सामने, तंवर ने फिर साधा हुड्डा पर निशाना, कहा 5 साल झक नही मारी, काम किया

कांग्रेस ने भले ही चुनाव से पहले प्रदेश संगठन में बदलाव किए हैं, लेकिन स्थिति सुधरने की बजाए बिगड़ती ही नजर आ रही है। पार्टी के बड़े नेताओं के सुर आपस में नहीं मिल रहे हैं। एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा न इधर का कुछ कह पा रही हैं और न ही उधर का। मंगलवार को पार्टी के तीन बड़े नेता सीएलपी लीडर भूपेंद्र हुड्डा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और सैलजा ने कुछ मुद्दों पर अपने विचार रखे। लेकिन सभी के बयान अलग-अलग थे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने तो बिना नाम लिए कुछ नेताओं पर टांग खींचने तक के आरोप लगा दिए।

लोकसभा चुनाव के बाद लोग निराश थेे, अब मजबूत हुआ संगठन

पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा किवे किसी पर व्यक्तिगत बयान कभी नहीं देते। पार्टी में प्रजातंत्र है। इसलिए सभी के अपने-अपने विचार हो सकते हैं। इतना जरूर है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम जब आए तो कार्यकर्ताओं में निराशा थी, लेकिन प्रदेश संगठन में बदलाव के बाद कार्यकर्ताओं में आशा आ गई है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का कभी विरोध नहीं किया। अब यह कानून बन गया है। पहले दीपेंद्र ने ट्वीट करके 370 हटाने का समर्थन किया था। फिर मैंने, लेकिन इसको हटाने का तरीका गलत था।

मैंने 6 फीसदी वोट बढ़ाए, अब कोई इतने ही बढ़ाकर दिखा दे

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि  जो कह रहे हैं लोस चुनाव के परिणाम से निराशा थी, उन्हें बता दूं कि हमारी मेहनत से ही 6 % वोट बढ़े हैं। 5 साल हमने झक नहीं मारी। वे लोग इस चुनाव में पार्टी के इतने ही वोट और बढ़वा दें तो इस बार कांग्रेस 85 पार हो जाएगी। टांग खींचने के दांव मुझे नहीं आते। जो 370 का समर्थन कर रहे हैं उन्हें यह पता होना चाहिए कि पार्टी में अपना स्टैंड नहीं होता है। मेनिफेस्टो कमेटी में शामिल होने का क्या फायदा जो कुछ निर्णय न ले सकें। एक महीना पहले कुछ लोग मंच से बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर चुके हैं। अब मीटिंग का क्या लाभ।

विचार भले ही अलग पर हम साथ हैं, सीएम का चेहरा अभी तय नहीं

प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी में सब ठीक है। किसी के भी विचार अलग हो सकते हैं, लेकिन सभी साथ हैं। पार्टी के कार्यक्रम में एरिया अनुसार काफी नेता मौजूद भी रहे, जो नहीं आए, वे आगे आ जाएंगे। फिलहाल पार्टी ने अभी सीएम फेस तय नहीं है। यह चुनाव के बाद पार्टी ही तय करेगी। 370 हरियाणा में कोई मुद्दा ही नहीं है। इसे तो सीएम मुद्दा बना रहे हैं। मुद्दा भी ऐसा बना रहे हैं जिसमें युवाओं को कश्मीर से लड़कियां लाने की बात कह रहे हैं। 370 क्या भाजपा ने इसीलिए हटाई है कि वहां से लड़कियां ला सकें