तो आम आदमी के लिए ऐसा रहा बजट

खबरें अभी तक।गुरूवार को मोदी की केंद्र सरकार ने अपना बजट पेश किया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में कई नई घोषणाएं की. लेकिन टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया, जिससे मिडिल क्लास में नाराज़गी है. हालांकि, सरकार का ध्यान पूरी तरह से खेती, किसान और ग्रामीण इलाकों पर ही रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बजट की जमकर तारीफ की और न्यू इंडिया का बजट बताया. बजट में ऐसी कई चीज़ें हैं जो आम आदमी के फायदे की हैं, लेकिन कुछ ने आम आदमी को झटका भी दिया है.

# किसानों को 1.5 गुना समर्थन मूल्य

# 10 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए का सालाना बीमा

# 40 हज़ार रुपए मानक कटौती की घोषणा से नौकरी पेशा लोगों को फायदा

# 8 करोड़ महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन

# 6 करोड़ शौचालय बने, 2 करोड़ और बनाएंगे.

# 1 फीसदी स्वास्थ्य व शिक्षा उपकर बढ़ाया, अब तीन से बढ़ाकर चार फीसदी कर दिया गया.

# 10 हज़ार से अधिक भुगतान पर ट्रस्ट को देना होगा टैक्स

# 31 जनवरी 2018 के बाद खरीदे शेयरों पर 10 फीसदी टैक्स

# लॉन्ग टर्म कैपिटल पर 10 फीसदी टैक्स

# टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं

# कस्टम ड्यूटी बढ़ाने से कई चीज़ें महंगी. खाद्य तेल, बाइक, मोबाइल, टीवी समेत कई चीज़ों के दाम बढ़े.

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को पेश किए गए बजट में किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर किए गए दावों पर खारिज कर दिया. विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि ये संभव ही नहीं कि 2022 तक किसानों की आय दो गुनी कर दी जाए. मनमोहन सिंह ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना तब तक संभव नहीं है जब तक कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 12 प्रतिशत तक नहीं पहुंच जाती. और जब तक हम इसे पा नहीं लेते, यह केवल जुमला ही है.

मोदी सरकार अपने आखिरी पूर्णकालिक बजट को आम जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाएगी. पीएम मोदी ने आज संसदीय दल की बैठक में बजट को ‘सबका साथ सबका विकास’ का डॉक्यूमेंट बताते हुए अपने सभी सांसदों से कहा है कि वे इसकी खूबियों के बारे में जन-जन को बताएं. पीएम ने इस काम के लिए बाकायदा सभी सांसदों को निर्देश भी दिया कि वे इस काम के लिए सोशल मीडिया का भरपूर प्रयोग करें.