जानिए क्या है माइग्रेन के लक्षण और माइग्रेन से बचने के लिए क्या उपाय करें

ख़बरें अभी तक। माइग्रेन के लक्षण आम सिरदर्द से बिल्कुल अलग होते हैं। यह दर्द कोई मामूली सिरदर्द नहीं होता इसमें सिर के एक ही हिस्से में बेहद दर्द होता है। इस दर्द को बर्दाश्त कर पाना वाकई बहुत मुश्क‍िल है। उल्टी आना, चक्कर आना और थकान महसूस होना माइग्रेन के प्रमुख लक्षण हैं। आंखों के आगे प्रकाश की आड़ी-तिरछी लाइनें दिखाई देती हैं, जी घबराता है। उसे शरीर के किसी हिस्से में सुन्नता सी मालूम पड़ती है। सिर में असहनीय पीड़ा के चलते कभी-कभी ब्रेन हेमरेज या लकवा भी हो सकता है

शुरू-शुरू में तो दर्द हर गोलियों से ठीक भी हो जाता है परंतु बाद में ये दवाएं भी बेअसर हो जाती हैं। मरीज की स्थिति इतनी नाजुक हो जाती है कि उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है। माइग्रेन का कारण आनुवांशिक हो सकता है। यह लड़कों की अपेक्षा युवा होती लड़कियों में अधिक होता है। क्योंकि लड़कियों का हार्मोन तंत्र कुछ पेचीदा किस्म का होता है। माइग्रेन का कारण मिर्गी भी हो सकता है, लेकिन इसका इलाज होते ही माइग्रेन दूर हो जाता है। माइग्रेन हो या सिरदर्द दोनों तनाव से जुड़े हुए हैं।

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और डिप्रेशन के चलते भावुक मन का कोई भी व्यक्ति इसका शिकार हो सकता है। पर्याप्त नींद न लेना, भूखे पेट रहना और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना जैसे कुछ छोटे-छोटे कारणों से भी आपको माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। आज कल की तनाव से भरी और भागदौड़ वाली जिंदगी में यह बिमारी आम हो गई है। व्यायाम, योग करने से आप अपने दिमाग को तनाव से मुक्त कर सकते है। बहुत अधिक रोशनी में बैठकर काम करना आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है. इससे आपका माइग्रेन का दर्द भी बढ़ सकता है।

आप जिस भी जगह पर रहें या काम करें वह जगह प्रकाश से चकाचौंध वाली, तेज धूप वाली, तेज गंध वाली नहीं होना चाहिए। साथ ही साथ माइग्रेन वाले रोगियों को अच्छी नींद लेना चाहिए। माइग्रेन के रोगियों को डिब्बाबंद पदार्थों और जंक फूड को नहीं खाना चाहिए। इनमें मैदे का बड़ी मात्रा में प्रयोग होता है, यदि आपको माइग्रेन की शिकायत है तो आप इन पदार्थों का सेवन कतई न करें। पनीर, चाकलेट, चीज, नूडल्स, पके केले और कुछ प्रकार के नट्स में ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।

इन चीजों को डाइट में शामिल करने से कम कर सकते हैं माइग्रेन का दर्द

  • माइग्रेन के दर्द में अंगूर का जूस आपको राहत प्रदान कर सकता है. घर में अंगूर का जूस बनाने के लिए पानी और ताजा अंगूर को पीस लें। दर्द से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार पीएं। यह फाइबर, विटामिन ए और सी का पावरहाउस है, जिसमें काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट भी होता है. यह माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए लिए एक प्रसिद्ध एंटीऑक्सीडेंट साइट्रस फल और घरेलू उपचार भी है।
  • हरी पत्तेदार सब्ज‍ियों में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है। माइग्रेन के दर्द में मैग्नीशियम बहुत ही कारगर तरीके से काम करता है। अनाज, सी-फूड और गेंहूं में भी भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है।
  • अदरक का रस, नींबू का रस या अदरक वाली एक कप चाय या अदरक पाउडर लेने से आपको माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
  • मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ई पाया जाता है। ये दोनों ही चीजें माइग्रेन के दर्द को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
  • माइग्रेन में फैट फ्री दूध पीना बहुत फायदेमंद रहेगा। दूध में विटामिन बी पाया जाता है। जो सेल्स को एनर्जी देने का काम करता है।
  • माइग्रेन से छुटकारा पााने के लिए आप पानी मिलकार दालचीनी को पीस लें। अब इस पेस्‍ट को 30 मिनट के लिए माथे पर लगाएं, आराम मिलेगा।
  • जिस तरह नॉर्मल सि‍र दर्द में कॉफी और चाय पीना फायदेमंद है उसी तरह माइग्रेन में भी ये काफी मददगार है। माइग्रेन अटैक आने पर कॉफी पीने से राहत मिलेगी।
  • वाइन और बीयर में टायरामाइन पाया जाता है जो माइग्रेन के दर्द को दूर करने में मदद करता है।
  • ब्रॉकली में भरपूर मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है। जिससे माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है।
  • माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है कि आप या तो खुद या किसी से अपनी मसाज करवाएं। मसाज ब्‍लड सर्कुलेशन को बूस्‍ट करती है, जिससे आपको आराम मिलेगा और दर्द भी कम होगा।