उबर ने अपनी प्रोडक्ट एवं इंजीनियरिंग टीम से 435 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

ख़बरें अभी तक। अमेरिका की टैक्सी उबर (Uber) कंपनी की आर्थ‍िक हालात अच्छी नहीं चल रही है जिस वजह से कंपनी को घाटा हो रहा है। वहीं घाटा झेल रही उबर कंपनी ने अपनी प्रोडक्ट एवं इंजीनियरिंग टीम से 435 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। 170 लोग प्रोडक्ट टीम से और 265 लोगों को इंजीनियरिंग टीम से बाहर निकाला गया है। दो महीने में अमेरिका की कंपनी ने दूसरी बार छंटनी की है। इसके पहले जुलाई में भी कंपनी ने अपनी मार्केटिंग टीम से 400 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया था।

वहीं भारत में भी उबर के हालात कुछ ऐसे ही है। यहां भी उबर का कारोबार अच्छा नहीं चल रहा है। हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा दिए गए एक बयान में यह कहा गया था कि देश में ओला, उबर जैसी एग्रीगेटर टैक्सी सेवाओं की वजह से कारें बिक नहीं पा रही। ऑटो सेक्टर ऑटो-मोबाइल इंडस्ट्री BS6 स्टैंडर्ड और मिलेनियल्स के माइंड सेट से सबसे ज्यादा प्रभावित है। कंपनी ने एक बयान में इस छंटनी की पुष्ट‍ि की है।

उबर की प्रवक्ता ने कहा है, ‘हमें उम्मीद है कि आगे स्थ‍िति सुधरेगी, हम अपनी प्राथमिकता के हिसाब से काम कर रहे हैं और उच्च प्रदर्शन के आधार पर अपने को जवाबदेह बनाए हुए हैं।’ उबर को इस साल मई में ही न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया है, हालांकि इसके आईपीओ को अच्छा रिस्पांस नहीं मिला था। इसके बावजूद यह अमेरिका के पिछले पांच साल के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ था और इससे कंपनी ने 8.1 अरब डॉलर रकम जुटाई थी। बता दें कि जून तिमाही में कंपनी को एक तिमाही का सबसे बड़ा 5.2 अरब डॉलर का घाटा हुआ था।